Motivational Story। दो हीरो की कहानी।

हेलो दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं एक मज़ेदार Motivational Story जो एक बड़ी छोटी सी कहानी है।
किसी ने बड़े कमाल की बात कही है की बर्तन खाली हो तो ये मत सोचो की मांगने आया है, हो सकता है की सब कुछ बांट कर आया हो।

एक व्यापारी ऊंट खरीदने के लिए एक बाजार में गया और उसे एक ऊंट पसंद भी आ गया। सौदा हुआ जो पैसे थे वो उसने ऊंट वाले को दिए और ऊंट लेकर के अपने घर पर आ गया।

जो व्यापारी था उसका एक बड़ा ही खास नौकर था जो सारा काम संभालता था।

उस नौकर को पता चला की नया ऊंट आया है तो जो ऊंट की काठी होती है उसने वो काठी उतारी और शॉक्ड रह गया की उस काठी के नीचे उसे मखमली थैली मिली। थैली लाकर के जैसे उसने खोली और देखा तो उसमें हीरे थे !

वो चौंक गया, दौड़ के मालिक के पास गया और बोला मालिक आप सिर्फ ऊंट नहीं लाए आप तो साथ में मखमली थैली में बहुत सारे हीरे भी लाए हो। व्यापारी ने कहा क्या कह रहे हो तो उसने दिखाया कि देखो कितने अच्छे अच्छे हीरे हैं।

व्यापारिक उस थैली को वापस बांधो, इसको मैं देके आता हूँ, नौकर ने सोचने का कितना बेवकूफ मालिक है? अच्छा खासा माल आदमी आ गया, वापस देने जा रहा है।

उसने समझाया कह रहे किसी को क्या पता चलेगा आप तो ऊंट लेके आओ, बात खत्म हो गई। किसी को पता नहीं चलेगा,नहीं- नहीं, मैं वापस लौटाने जाऊंगा। व्यापारी ने वो मखमल की थैली ली और लेकर के वापस उस बाजार में गया उस ऊंट वाले को ढूंढने लगा।

बहुत ढूंढने के बाद जब वो ऊंट वाला मिला तो कहा की भाई साहब वो जो ऊंट था उसकी काठी के नीचे ये मखमली थैली थी जिसमे बहुत सारे हीरे थे लौटाने आया।ऊंट वाले ने का क्या बात है?

गीता भी मैं सोचूं कि मिल क्यों नहीं रही है? कहा गई वो आपके साथ चली गई थी, लाओ लाओ लाओ फिर उन्होंने थैली दे दी, वो बड़ा खुश हुआ। ऊंट वाला की क्या बातें बहुत ईमानदार आदमी हैं जिसने लौटा दी तो उसने कहा भैया आपको मैं अपनी तरफ से हीरा देना चाहता हूँ,

आप इन कीमती पत्थरों में से कोई भी जो आपको पसंद आ रहा हैं, रख लो,

व्यापारी ने कहा नहीं मुझे नहीं चाहिए, मैं तो बस लौटाना हूँ, वो माना नहीं। उसने कहा नहीं आपको रखना पड़ेगा, आप रख लो, आप रख लो।

व्यापारी ने कहा, मैं पहले ही दो हीरे अपने पास में रख चुका हूँ। जैसे उस ऊंट वाले ने बात सुनी, उसे गुस्सा आ गया। उसे लगा की अब तो इसको मारना ही पड़ेगा। इसने पहली दो हीरे अपने पास रख ली, फिर भी उसने थोड़ा सा अपना गुस्सा शांत किया और उस मखौली थैली को निकाला।

सारे हीरे गिनना शुरू किये की पूरे हैं की नहीं है। पूरे हीरे थे।तो उसने व्यापारी से कहा की आप क्या कह रहे हो ये तो पूरे हीरे आपने कौन से दो हीरे रख लिए?उस व्यापारी ने कहा, मैंने सबसे अनमोल दो हीरे अपने पास रख लिए। पहला ईमानदारी और दूसरा अपना आत्म सम्मान सेल्फ रिस्पेक्ट l

यह छोटी सी कहानी जिसका सार ये कहता है कि पैसा ही सब कुछ नहीं होता है, आपकी ऑनेस्टी आपकी सेल्फ रेस्पेक्ट बहुत मैटर करती है।
कहा जाता है पैसा बहुत कुछ होता है लेकिन पैसा सब कुछ नहीं हो सकता।

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